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एमसीएल योजना बनाई है कि 2026 तक 300 मिलियन टन कोयला उत्पादन करेगी – श्री भोला नाथ शुक्‍ला,सीएमडी, एमसीएल

सम्‍बलपुर/तालचेर , 16 जून, 2019: श्री भोला नाथ शुक्ला, अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी), महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) ने आज कहा कि कोल इंडिया की अग्रणी सहायक कंपनी एमसीएल कोयला उत्खनन और प्रेषण के लिए लंबी अवधि की योजना बनाई है और नई तकनीकों को शामिल करने के साथ वित्तीय वर्ष 2026 तक वार्षिक 300 मिलियन टन कोयला उत्पादन करेगी।

तालचेर कोलफील्ड्स में अपनी पहली दौरे के दौरान मीडिया कर्मियों के साथ बातचीत करते हुए सीएमडी श्री शुक्‍ला ने कहा कि दीर्घकालिक योजना सुनिश्चित करते हुए खनन कार्य सुचारू रूप से निष्‍पादन के साथ हमें निरंतर विकास दर्ज कायम करना है । 2025-26 तक, हम उम्मीद करते हैं कि कंपनी 300 मिलियन टन कोयला उत्‍पादन का आंकड़ा हासिल करेगी जिसमें केवल तालचेर कोलफील्‍डस से 200 मिलियन टन कोयला उत्‍पादन किया जाएगा ।

श्री शुक्ला इस महीने के 14 तारीख को एमसीएल के सीएमडी पदभार संभालने से पहले सीएमपीडीआई (CMPDI) के निदेशक (तकनीकी) पद पर आसीन थे।

उन्‍होंने यह भी कहा कि कंपनी ने बुनियादी ढांचे के विकास के माध्यम से कोयला निकासी को बढ़ाने के लिए बड़ी पहल की है । सीएमडी ने यह भी कहा कि कोयला कॉरीडोर , साइलो , रेल अवसंरचना की त्वरित क्षमता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया, राष्ट्र की बढ़ती ऊर्जा मांग को पूरा करने की दिशा में निजी संस्‍थान को अपने कोयला ब्लॉक विकसित करने और योगदान देने में भी मदद करेगा ।

कंपनी ने खनन कार्यों को सुनिश्चित करने के लिए पर्यावरण अनुकूल पहल पाइप कन्वेयर, कोयला वॉशरी, साइलो, बेल्ट कन्वेयर आदि के साथ आगे बढ़ रही है।

श्री शुक्ला ने कहा कि कोयला उत्पादन में वृद्धि का सीधा असर जिला खनिज निधि (DMF) पर पडेगा जिससे कोयला उत्पादन वाले जिलों में विकास होगा” । कंपनी ने DMF में लगभग 600 करोड़ रुपये का योगदान दिया है और सीएसआर के क्षेत्र में पिछले वर्ष 167 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं । पिछले चार वर्षों में एमसीएल ने DMF के लिए लगभग 2100 करोड़ रुपये का योगदान दिया है।

तालचेर के महानदी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च के एक प्रश्न का जबाव देते हुए,सीएमडी ने कहा कि शैक्षणिक ब्लॉक का उद्घाटन किया जा चुका है एवं 500 बिस्तर वाले मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कार्य विकास के कगार पर है।

श्री शुक्ला ने कहा,“ प्रक्रिया जारी है और हम सभी हितधारकों को बोर्ड में शामिल करके इसे और तेज करने की कोशिश करेंगे ताकि तालचेर कोयला क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज का सपना पूरा हो सके।”

सबसे पहले, कोयला खनिकों के शहीद स्‍मारक में माल्यार्पण करने के बाद, सीएमडी ने तालचेर कोयला क्षेत्रों के सभी खदानों का दौरा किया और क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ बातचीत की। उन्होंने संयुक्त परामर्शदात्र समिति (JCC) की बैठक की भी अध्यक्षता की और श्रमिक प्रतिनिधियों के साथ विशेष चर्चा की।

अपने बाचतीत में सीएमडी ने अपना उदगार व्यक्त करते हुए कहा कि तालचेर कोयला क्षेत्रों की उनकी यात्रा “घर आना” जैसी ही है क्योंकि उन्होंने इस क्षेत्र में लगभग छह वर्षों तक यहॉं कार्य किया है।

कोल इंडिया की दूसरी सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी एमसीएल, जिसने गत वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान 144 मिलियन टन का कोयला उत्पादन किया था, चालू वित्‍तीय वर्ष 160 मिलियन टन कोयला उत्पादन करने का लक्ष्य दिया गया है।

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वेबसाईट अंतिम अद्यतन : June 18 2019 00:00:00.
   महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड
( कोल इंडिया लिमिटेड की एक सहायक मिनीरत्न कंपनी)
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