एमसीएल मुख्यालय ने 72वॉं स्वतंत्रता दिवस मनाया
सम्बलपुर, 16 अगस्त, 2018 : महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड ने देश के स्वतंत्रता की 72वॉं वर्षगांठ बडे हर्षोल्लास के साथ मनाया । मुख्यालय सहित सभी क्षेत्रों एवं परियोजना कार्यालयों में झण्डोत्तल किया गया । एमसीएल मुख्यालय प्रांगण में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होकर श्री जे पी सिंह, निेदेशक(तकनीकी/संचालन) ने ध्वजारोहण किया । एमसीएल सुरक्षा गार्ड व एमसीएल प्राइभेट सुरक्षा गार्ड द्वारा परेड का श्री सिंह ने निरीक्षण किया तथा सलामी ली । श्री सिंह ने उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज का दिन बहुत खास है, क्योंकि आज हम देश के गौरवशाली इतिहास, वीर देशभक्तों के त्याग तथा उनके इतिहास को पुन: स्मरण करते हैं। आपको यह बताते हुए अपार हर्ष हो रहा है कि आपकी कम्पनी गत वित्तीय वर्ष 2017-18 में विभिन्न चुनौतियों के बावजूद विजेता के रूप में उभरी है एवं 143.06 मिलियन टन कोयला उत्पादन , 138.27 मिलियन टन कोयला प्रेषण एवं 138.18 मिलियन क्यूबिक मीटर ओवरबर्डेन रिमूवल में सफल रही है । आपकी कंपनी ने एक दिन में 7.84 लाख टन एवं पूरे मार्च महीने में ौसत 5.38 लाख टन सर्वाधिक कोयला उत्पादन का मइलस्टोन प्राप्त किया । सरफेस माइनर के माध्यम से 131 मिलियन टन(92%) कोयला उत्पादन कर रेल मोड से लगभग 112 मिलियन टन(81%) का अधिकतम प्रेषण कर भारत की सर्वाधिक पर्यावरण हितैषी कोयला उत्पादन एवं प्रेषण कंपनी के रूप में स्थापित हुई । प्रोफिटबिलीटी में भी आपकी कम्पनी प्रथम स्थान पर रही और profit before tax में 7340 करोड़ रूपये रहा जो कोल इंडिया के मुनाफा का लगभग 48 प्रतिशत है और किसी भी अन्य अनुषंगी कंपनी से सबसे ज्यादा है । सीएसआर पर 267.52 करोड और पूँजीगत व्यय 1368.38 करोड भी सर्वाधिक रहा । एमसीएल ने एक ही दिन में यानी 21 मार्च, 2018 को 6.36 लाख टन एवं 27 मार्च, 2018 को 7.84 लाख टन शुष्क ईंधन उत्पादन कर एक नयी कीर्तिमान स्थापित की जो कि देश के सभी कोयला कंपनी में से सबसे ज्यादा है। इस चालू वित्तीय वर्ष 2018-19 का कोयला उत्पादन का निर्धारित लक्ष्य 162.5 मिलियन टन कठिन हो सकता है पर असंभव नहीं । मेरा मानना है कि हम आपसी सहयोग एवं सामूहिक प्रयासों से इस लक्ष्य को अवश्य प्राप्त कर लेंगे । जुलाई महिने के अंत तक एमसीएल लक्ष्य से 7.51 मिलियन टन पीछे रह गयी है जिसकी भरपाई के लिए हम सभी को आह्वान करते हैं और सभी से पूर्ण सहयोग एवं योगदान की आशा करते हैं ।
कोयला खनन हेतु जमीन ही एकमात्र संसाधन है । मैं आह्वान करता हूँ कि आर एण्ड आर नीति के तहत जितना भी संभव हो हम करें ताकि ग्रामवासी जमीन मुहैया कराने में हमारी मदद कर सकें । एमसीएल ने भू-विस्थापितों को माह जुलाई,2018 तक 15,385 नौकरियॉं प्रदान की है ।
माननीय प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान के तहत एमसीएल ने ओडिशा स्थित अपने कोयलांचल और उसके आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छ कोयलांचल करने की उद्देश्य से 16 जून से 30 जून तक (स्वच्छता पाखवाड़ा -2018) के दौरान विभिन्न स्वच्छता कार्यक्रम / गतिविधियों का आयोजन किया एवं नुक्कड नाटक प्रगति के माध्यम से स्वच्छता जागरूकता फैलने के लिए गॉंव गॉंव में जाकर संदेश दिया जो कि काफी प्रशंसनीय रहा । पर्यावरण बचाओ अभियान के तहत पौधारोपण व सफाई अभियान चलाया गया । इस अभियान में पर्यावरण की देखभाल पर बल दिया गया ताकि आने वाली पीढ़ी को एक साफ-सुथरा एवं हरा भरा पर्यावरण दे सके l धरित्री को हराभरा बनाये रखने के लिए एमसीएल ने चालू वर्ष अपने पारिपार्श्विक क्षेत्र में 4 लाख वृक्षारोपण करने के लिए योजना बनाई है ।
पर्यावरण को हरा भरा करो, दो वृक्षों का वरदान
आने वाली पीढ़ी को असली दो जीवन दान
सभी कामगार साथियों से अपील करता हूँ कि हम जहाँ भी रहे अपने परिवेश को स्वच्छ रखें । इसके लिए कम्पनी की ओर से जो भी सहायता की आवश्यकता हो कंपनी उसे पूरा करने में तत्पर है ।
एमसीएल के निदेशक(तकनीकी/सचांलन) श्री जे पी सिंह, निदेशक(कार्मिक) श्री एल एन मिश्रा, मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री मुनव्वर खुर्शीद, आईआरपीएफ एवं निदेशक(तकनीकी/योजना एवं परियोजना) श्री ओ पी सिंह एवं निदेशक(वित्त) श्री के आर वासुदेवन तथा जागृति महिला मंडल की उपाध्यक्षाऍं श्रीमती मधु मिश्रा, डॉ0 नौशिना अफरिना अली , श्रीमती पद्मजा सिंह एवं श्रीमती पद्मिनी वासुदेवन आदि सम्माति अतिथि के रूप में उपस्थित थे । मार्चपास्ट के लिए एमसीएल के निदेशक(तकनीकी/संचालन) श्री सिंह ने एमसीएल के सुरक्षा प्लाटुन को पुरस्कार से सम्मानित किया ।