एमसीएल विकसित करेगी हीराकूद डैम को मैसूर के वृंदावन गार्डन की तरह
संबलपुर, 23 जनवरी, 2020: कोल इंडिया लिमिटेड की अग्रणी सहायक कंपनी महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (MCL) ने मैसूर के प्रसिद्ध वृंदावन गार्डन की तर्ज पर हीराकुंड डैम में एक हेरिटेज गार्डन परिसर विकसित करने की योजना बनाई है । एशिया के सबसे लंबे हीराकुंड बाँध के परिसर में एमसीएल की ओर से निर्मित होनेवाले “माँ समलेश्वरी गार्डन” नाम से, पश्चिमी ओडिशा में पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बिन्दु होगा। इसके पहले एमसीएल के वित्तीय सहायता निर्मित हीराकुंड बांध में रोपवे परियोजना लोगों को समर्पित किया गया है। ओडिशा के हीराकूद डैंम को विकसित करने का विचार पीएमओ के प्रधान सचिव श्री पी के मिश्रा के सम्बलपुर यात्रा के दौरान यह विचार उठा एवं उन्होने श्री बी एन शुक्ला,सीएमडी,एमसीएल और श्री सुरेश महापात्रा, ओडिशा के विकास आयुक्त के साथ मुलाकात की एवं उक्त विषय पर चर्चा की । एमसीएल ने "माँ समलेश्वरी गार्डन" के विकास के लिए आईआईटी खड़गपुर को परियोजना सलाहकार के रूप में लिया है, जिसमें ओडिशा की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए एक बड़ा सम्मेलन केंद्र, सेमिनार हॉल, फव्वारे, रोशनी और ध्वनि व्यवस्था भी शामिल किया गया है । इस संबंध में, गत कल आईआईटी, खड़गपुर की एक कंसल्टेंसी टीम ने महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड के इंजीनियरों के साथ प्रारंभिक सर्वेक्षण के लिए साइट का दौरा किया है। हीराकूद में "मा समलेश्वरी गार्डन" को राष्ट्रीय पर्यटन केन्द्र पर लाने के लिए तथा स्थानीय लोगों में समृद्धि लाने के उद्देश्य से विकसित किया जा रहा है ।