सरफेस माईनर ने एमसीएल में किया 128 मिलियन टन उत्पादन
सम्बलपुर, अप्रैल 07, 2017 : महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) ने वित्तीय वर्ष 2016-17 में 139.2 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया जिसमें सरफेस माईनर ने पर्यावरण अनुकूल 92.48 प्रतिशत कोयला उत्पादन में योगदान दिया जिससे पूरे देश के उपभोक्ताओं को विशेष रूप से बिजली संयंत्रों को गुणवत्ता वाले साईजड शुष्क ईंधन (quality sized dry fuel) की आपूर्ति की गयी ।
एमसीएल देश की पहली कोयला कंपनी है जिसने वर्ष 1999 में सरफेस माईनर को खनन कार्य में प्रयोग में लाया ।
ओडिशा के अनगुल, झारसुगुडा और सुन्दरगढ़ जिलों में फैली कंपनी की 16 खुली खदानों में से वित्तीय वर्ष 2016-17 के दौरान 138.2 मिलियन टन का कोयला उत्पादन किया गया जिसमें 38 सरफेस माईनर कार्यरत हैं ।
एमसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्री ए.के. झा ने कहा कि सरफेस माईनर ने हमारे उपभोक्ताओं के लिए कोयले की गुणवत्ता को कायम रखते हुए आपूर्ति भी बढ़ाई है, जिससे देश के ज्यादातर बिजली संयंत्र को आपूर्ति की जाती है ।
एमसीएल अपने उपभोक्ताओं को गुणवत्ता वाले कोयले की आपूर्ति करने के लिए प्रतिबद्ध । श्री झा ने कहा कि सभी कोयला लोडिंग पॉइंट्स, साइडिंगस, नमूना तैयार करने की जगहें, नमूना स्टोरेज रूम और सभी कोयले का भंडार को रातदिन (24x7) सीसीटीवी की निगरानी में रखा गया है। सीएमडी श्री झा ने यह भी कहा कि एमसीएल की तीन कोयला विश्लेषण प्रयोगशालाओं को एनएबीएल प्रत्यायन प्रमाण पत्र(NABL Accreditation Certificates) मिला है जबकि दो अन्य प्रमाणन प्राप्त करने की प्रक्रिया में हैं ।
एमसीएल चार कोयला वॉशरीज का निर्माण करने जा रही है जिनकी 2020 तक संचालित होने की संभावना है और एमसीएल 500 से 1000 कि.मी. के अन्तर्गत बिजली संयंत्रों को 34 प्रतिशत से कम ऐशवाले कोयले की आपूर्ति करेगी । एमसीएल ने अपने कोलफील्ड्स क्षेत्रों में दस साईलो (SILO) सिस्टम निर्माण भी कर रही है जिससे उपभोक्ताओं को पर्यावरण अनुकूल एवं शीघ्र कोयला आपूर्ति की जा सकेगी ।